बच्चे घोंसले की सीमित दुनिया से बाहर पाइन की टहनी पर आ बैठे हैं। माँ अब उनको केवल चुग्गा ही नहीं दे रही, पंख फड़फड़ाना भी सिखा रही है। उसकी कोशिशें देखकर लगता है, बहुत जल्द ये हवा में तैरना सीख जाएँगे। पहले इस टहनी तत्पश्चात् पेड़ का भी मोह त्यागकर खुले आकाश को अपना लेंगे।
Wednesday, July 14, 2010
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